Tuesday 27 December 2016

सैंटा देता नोट तो, मोदी लेता छीन


दाढ़ी झक्क सफेद है, लेकिन फर्क महीन।
सैंटा देता नोट तो, मोदी लेता छीन।
मोदी लेता छीन, कमाई उनकी काली।
कितने मिटे कुलीन, आज तक देते गाली।
हुई सुरक्षित किन्तु, कमाई रविकर गाढ़ी।
सुखमय दिया भविष्य, बिना तिनके की दाढ़ी।।

2 comments: