Wednesday 24 October 2012

बीबी ढूँढे काम, दोस्त दस बाढ़े ज्यादा-




 मरकर ज़िंदा
  ज़िंदा मरकर हो रहे, है हिम्मत का काम |
डबल बहादुर हो सखे, बारम्बार सलाम |
बारम्बार सलाम, करे कुछ लोग तगादा |
बीबी ढूँढे काम,  दोस्त दस बाढ़े ज्यादा |
बेटा डबल सवार, ढूंढता नया परिंदा |
ठीक-ठाक परिवार, करो क्या होकर ज़िंदा ??

 

जनता खड़ी निहारती, चाचा चाबुक तान |
हैं घोंघे को ठेलते, लें बाबा संज्ञान |
लें बाबा संज्ञान, रोल हम सभी सराहें |
संविधान निर्माण , भरे संसद क्यूँ आहें | 
न कोई अपमान, विमोचन इस पुस्तक का |
ईस्वी सन उनचास, किये खुद नेहरु कब का ||

कार्टून 
कार्टून में हैं रखे, नोट वोट के थाक |
जर-जमीन लाकर पड़े, है जमीर पर लाक |
है जमीर पर लाक , नाक हर जगह घुसेंड़ें |
बड़े बड़े चालाक, चलें लेकिन बन भेड़ें |
रविकर रक्षक कौन, जहर जब भरा खून में |
कार्टून नासमझ, भिड़े इक कार्टून में ||


गीत गा ले
बंजारा जारा गया, यायावर मर जाय |
अमर आत्मा उड़नछू, पञ्च तत्व बिलगाय |
पञ्च तत्व बिलगाय, दिवारों ने भरमाया  |
गगन पवन छिति आग, नीर से बनती काया |
नश्वर है घर देह, ख़ुशी से भोगे कारा |
रहे नहीं संदेह, गीत गा ले बंजारा ||

टीका टिप्पण
टीका पर करते सटीक, टीका टिप्पण आप |
लोहा लोहे से कटे, कटे विकट संताप |

कटे विकट संताप, सूक्ष्म विश्लेषण करते |

नकारात्मक पक्ष, सावधानी  भी धरते |

टीका पर रख ध्यान, करे ना जीवन फीका |  

रविकर करे सचेत, समझ कर लेना टीका ||

 गर्भवती हो जाय
  पगली है तो क्या हुआ, मांस देख कामांध ।
 अपने तीर बुलाय के, तीर साधता सान्ध |
तीर साधता सान्ध, बांधता जंजीरों से |
घायल तन मन प्राण, करे जालिम तीरों से |
गर्भवती हो जाय, ढूँढ़ता कुत्ता अगली |
दुष्ट मस्त निर्द्वन्द, करे उसका क्या पगली ||

2 comments: